शुक्रवार, 29 जनवरी 2016

खुशियों के गीत लिखूं


खुशियों के गीत लिखूं ।
............. यादों के संगीत लिखूं ।
 विरह भरी वो रात लिखूं ।
 ........मधुर मिलन की याद लिखूं ।
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 स्वप्न संजोती साँझ लिखूं ।
.... भुंसारे की अलसाई आँख लिखूं ।
 अहसासों के हर अहसास लिखूं।
..............खासों में तू खास लिखूं ।
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 तुझ पर फिर एक गीत लिखूं ।
 ......हृदय बसा हर एहसास लिखूं।
 स्वप्न सलोनी वो याद लिखूं।
 ......... प्रियतम से फ़रियाद लिखूं।
.
 तुझको मन मीत लिखूं ।
...............कैसी यह प्रीत लिखूं।
 खुशियों के गीत लिखूं  ।
..............यादों के संगीत लिखूं  ।
   ....विवेक...
 ब्लॉग पोस्ट 17/1/16

कलम चलती है शब्द जागते हैं।

सम्मान पत्र

  मान मिला सम्मान मिला।  अपनो में स्थान मिला ।  खिली कलम कमल सी,  शब्दों को स्वाभिमान मिला। मेरी यूँ आदतें आदत बनती गई ।  शब्द जागते...