शुक्रवार, 25 दिसंबर 2015

अंदाज़ मेरा


एक अंदाज़ है मेरा भी,राख होने का !
आखरी कश तक,सुलग कर ज़िंदा रहने का!!
     ...विवेक...

गुरुवार, 24 दिसंबर 2015

कलम चलती है शब्द जागते हैं।

सम्मान पत्र

  मान मिला सम्मान मिला।  अपनो में स्थान मिला ।  खिली कलम कमल सी,  शब्दों को स्वाभिमान मिला। मेरी यूँ आदतें आदत बनती गई ।  शब्द जागते...