*जलधरमाला छंद*
विधान~
[मगण भगण सगण मगण]
(222 211 112 222)
12 वर्ण,4 चरण,यति 4,8
दो-दो चरण समतुकांत]
आता जाता हर दिन ही राहों में ।
खोता जाता मन मन की बातों में ।
रोकें राहें कुछ अहसासों से ये ।
मीठा नाता कुछ कुछ वादों से ये ।
..
... विवेक दुबे"निश्चल"@...
492
आओ यारा घुन एक कोई गाओ ।
यारा मेरे सुख मय बातें लाओ ।
रातें बीतें खुश खुश साथी आओ ।
यादों का है मधुवन आ भी जाओ ।
डायरी 3/5
विधान~
[मगण भगण सगण मगण]
(222 211 112 222)
12 वर्ण,4 चरण,यति 4,8
दो-दो चरण समतुकांत]
आता जाता हर दिन ही राहों में ।
खोता जाता मन मन की बातों में ।
रोकें राहें कुछ अहसासों से ये ।
मीठा नाता कुछ कुछ वादों से ये ।
..
... विवेक दुबे"निश्चल"@...
492
आओ यारा घुन एक कोई गाओ ।
यारा मेरे सुख मय बातें लाओ ।
रातें बीतें खुश खुश साथी आओ ।
यादों का है मधुवन आ भी जाओ ।
डायरी 3/5