शनिवार, 25 फ़रवरी 2017

खुद से द्वन्द


ख़ुद का ख़ुद से द्वन्द था ।
पर थोडा सा प्रतिबंध था ।
चलता था उजियारों संग वो ,
फिर भी अँधियारों का संग था ।
   .... विवेक ...

शुक्रवार, 24 फ़रवरी 2017

सत्य सनातन शिव


जो था कल भी ,
 जो है अब भी ।
 जो है आज भी ,
 जो होगा कल भी ।
 जो था तब भी ,
 था न जब कुछ भी ।
 वो है तब भी ,
 सब कुछ है जब भी ।
 वो होगा तब भी ,
 न होगा कुछ जब भी ।
 वो ही सदा शिव है ,
 वो ही सत्य सनातन शिव है ।
     ..... विवेक .....

रविवार, 19 फ़रवरी 2017

कुछ शब्द





इतिहास उसका


कैसे लिखे वह उसका इतिहास ।
 न था उसका कोई कल ,
  न उसका कोई कल होगा  ,
 उसका तो बस है केवल आज ।
   .....विवेक ....


वक़्त



वक़्त बस एक पाठ पढ़ाता है ।
 रास्ता आसां भी नजर आता है ।
 मंज़िल हो सामने निगाहों के ,
  वक़्त पर ही वक़्त आता है ।
    ..... विवेक ....

द्वन्द


ख़ुद का ख़ुद से द्वन्द था ।
पर थोडा सा प्रतिबंध था ।
चलता था उजियारों संग वो ,
फिर भी अँधियारों का संग था ।
   .... विवेक ...

जीवन कटता प्रति क्षण है


सुख दुःख तो बस भृम है ।
यह ज़ीवन तो बस श्रम है ।
जन्म जरा यौवन और मृत्यु ,
ज़ीवन कटता प्रति क्षण है ।
..... विवेक .....

जीवन



हर मुश्किल हल होगी ।
 आज नही तो कल होगी ।
चलता चल जीवन पथ पर ,
 साँझ के आंगे सहर होगी ।
    ....


ज़ीवन के हर प्रश्न का हल
  ज़ीवन से ही मिलता है
  साँझ का सूरज ढ़लता है
   भोर भये फिर निकलता है

 हसरत को न काम दो ।
 नियत को न विराम दो ।
 होंसले को न विश्राम दो ।
 ज़ज़्बे को एक नाम दो ।
    ..
मैं कौन हूँ जमाना तय क्या करेगा ।
 मेरा हुनर ही तो मेरा आईना होगा ।।
    .....विवेक दुबे "निश्चल"@...

होंसला


कलम चलती है शब्द जागते हैं।

सम्मान पत्र

  मान मिला सम्मान मिला।  अपनो में स्थान मिला ।  खिली कलम कमल सी,  शब्दों को स्वाभिमान मिला। मेरी यूँ आदतें आदत बनती गई ।  शब्द जागते...