गुरुवार, 24 दिसंबर 2015

शब्द तापते हैं


कुछ आग तेरी,
कुछ शोले मेरे ,
 आ मिलकर ,
  शब्द तापते है!!!
....विवेक...

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कलम चलती है शब्द जागते हैं।

सम्मान पत्र

  मान मिला सम्मान मिला।  अपनो में स्थान मिला ।  खिली कलम कमल सी,  शब्दों को स्वाभिमान मिला। मेरी यूँ आदतें आदत बनती गई ।  शब्द जागते...