हर मुश्किल हल होगी ।
आज नही तो कल होगी ।
चलता चल जीवन पथ पर ,
साँझ के आंगे सहर होगी ।
....
ज़ीवन के हर प्रश्न का हल
ज़ीवन से ही मिलता है
साँझ का सूरज ढ़लता है
भोर भये फिर निकलता है
हसरत को न काम दो ।
नियत को न विराम दो ।
होंसले को न विश्राम दो ।
ज़ज़्बे को एक नाम दो ।
..
मैं कौन हूँ जमाना तय क्या करेगा ।
मेरा हुनर ही तो मेरा आईना होगा ।।
.....विवेक दुबे "निश्चल"@...
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