रविवार, 13 जनवरी 2019

ये क्या है ,जो ये क्या है ।

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ये क्या है ,जो ये क्या है ।
वो क्या है ,जो वो क्या है ।

सब सत्य नही जीवन के ,
नही कहीं कुछ तो क्या है ।

खोज यही नित मन की ,
मन पार चलें जो क्या है ।

जीत रहा मन जीवन को ,
जीव ढ़ले होता सो क्या है ।

.... विवेक दुबे"निश्चल"@..
डायरी 6(113)

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