हम तो शौकिया शायर ,
बस है दिल बहलाते ।
बजह बस इतनी सी ,
के पहले बच्चे पाले ।
.... या ,
शायरी बाजार उछालें ।
अच्छे अच्छे शायरों को ,
देखा पड़ते पेट के लाले ।
बाद मारने के जिनके ,
होते याद-ऐ-मुशायरे ।
औलादो को जिनकी ,
पड़े जान के लाले ।
.....विवेक दुबे "निश्चल@"...
बस है दिल बहलाते ।
बजह बस इतनी सी ,
के पहले बच्चे पाले ।
.... या ,
शायरी बाजार उछालें ।
अच्छे अच्छे शायरों को ,
देखा पड़ते पेट के लाले ।
बाद मारने के जिनके ,
होते याद-ऐ-मुशायरे ।
औलादो को जिनकी ,
पड़े जान के लाले ।
.....विवेक दुबे "निश्चल@"...
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