शनिवार, 9 मई 2015

कैसे छोड़ दूँ शहर अपना


कैसे छोड़ दूँ मै शहर अपना ।
तमन्ना है शहर को अपना बनाने की  ।
 अभी शहर में अजनबी बहुत है ।
....विवेक....
 

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