शनिवार, 16 जनवरी 2016

लिखो लिखो एक गीत लिखो


लिखो लिखो एक गीत लिखो
 लिखो निग़ाहें प्रियतम की
  या प्रियतम मन मीत लिखो
 लिखो लिखो एक गीत लिखो
  लिख दो आहें प्रियतम की
   या प्रियतम की प्रीत लिखो
 लिखो लिखो एक गीत लिखो
  लिखो विरह वेदना प्रियतम की
  या प्रियतम संग मधु मास लिखो
  लिखो लिखो एक गीत लिखो
 लिख दो तुम वो गुजरे पल
  आये नहीं थे जो कल
  आज मधुर मिलन की आस लिखो
  मधुर चांदनी संग अहसास लिखो
  लिखो लिखो एक गीत लिखो
      ...विवेक...
  ...
ब्लॉग पोस्ट 16/1/16

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कलम चलती है शब्द जागते हैं।

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