आशा के गीत सुनाती आँखें ।
खुशियों के भाव सजतीं आँखें ।
सोच खुश हो जातीं आँखें ।
जो कुछ पा जातीं आँखें ।
मोती फ़ूल झराती आँखें।
सब कह जातीं आँखे ।
यादों मे खो जातीं आँखे ।
भर तर हो जातीं आँखे ।
खुशियों से मुस्काती आँखे ।
जब स्वप्न सजाती आँखे ।
ठेस लगी सुनी हो जातीं आँखें ।
निराशा बादल से बरस जातीं आँखें ।
यह आँखे तेरी आँखे ।
यह आँखे मेरी आँखें ।
....विवेक दुबे"निश्चल"@..
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