मेरे चेहरे से खुशियाँ बेगानी है यारो ।
ये रंजिशें तो मेरी दिवानी है यारो ।
गुजरता हुँ वक़्त के हालात के ,
मंजिल एक दिन आनी है यारो ।
अपने ही आप से क्यों रूठता हूँ ,
यह मुश्किलें तो पहचानी है यारो ।
नही रंज किसी के वास्ते दिल में ,
ये उम्र तो आनी जानी है यारो ।
मुश्किल यह दौर है कैसा ,
ग़ुरबत ही निशानी है यारो । (विवशता)
उठाता रहा कदम जीत के वास्ते ,
एक हार भी नही पुरानी है यारो ।
चला चल "निश्चल" राह अपनी ,
तुझे राह खुद बनानी है यारो ।
..... विवेक दुबे"निश्चल"@...
ये रंजिशें तो मेरी दिवानी है यारो ।
गुजरता हुँ वक़्त के हालात के ,
मंजिल एक दिन आनी है यारो ।
अपने ही आप से क्यों रूठता हूँ ,
यह मुश्किलें तो पहचानी है यारो ।
नही रंज किसी के वास्ते दिल में ,
ये उम्र तो आनी जानी है यारो ।
मुश्किल यह दौर है कैसा ,
ग़ुरबत ही निशानी है यारो । (विवशता)
उठाता रहा कदम जीत के वास्ते ,
एक हार भी नही पुरानी है यारो ।
चला चल "निश्चल" राह अपनी ,
तुझे राह खुद बनानी है यारो ।
..... विवेक दुबे"निश्चल"@...
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