बुधवार, 8 अगस्त 2018

जलधर माला छंद

*जलधरमाला छंद*

विधान~
[मगण भगण सगण मगण]
(222   211  112  222)
12 वर्ण,4 चरण,यति 4,8
दो-दो चरण समतुकांत]


आता जाता हर दिन ही राहों में ।
खोता जाता मन मन की बातों में ।
 रोकें राहें कुछ अहसासों से ये ।
मीठा नाता कुछ कुछ वादों से ये ।
...
हारा जाता हर दिन बातों से मैं ।
 जीता जाता हर दम नातों में मैं ।
आते जाते कुछ अहसासों में ये ।
मीठे नाते अब कुछ साथों के से  ।

... विवेक दुबे"निश्चल"@...

492
 आओ यारा घुन एक कोई गाओ ।
 यारा मेरे सुख मय बातें लाओ ।
 रातें बीतें खुश खुश साथी आओ ।
 यादों का है मधुवन आ भी जाओ ।


डायरी 3/5

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