रूप माला छंद
विधान:~
24 मात्रा 14,10मात्रा पर यति चरणान्त 21
4चरण क्रमागत 2-2चरण समतुकांत
आ जाओ फिर मधुसूदन ,
पुकारें सब आज ।
प्रकटो धरा फिर से तुम,
रखने धरम लाज ।
अनाथ भये सभी भू पर ,
बस तुम एक नाथ ।
चीर बढ़ाओ कृष्णा का ,
बन सखा से साथ ।
... विवेक दुबे"निश्चल"@...
डायरी 5(132)
विधान:~
24 मात्रा 14,10मात्रा पर यति चरणान्त 21
4चरण क्रमागत 2-2चरण समतुकांत
आ जाओ फिर मधुसूदन ,
पुकारें सब आज ।
प्रकटो धरा फिर से तुम,
रखने धरम लाज ।
अनाथ भये सभी भू पर ,
बस तुम एक नाथ ।
चीर बढ़ाओ कृष्णा का ,
बन सखा से साथ ।
... विवेक दुबे"निश्चल"@...
डायरी 5(132)
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