इसने कहा मेरा खुदा
उसने कहा मेरा god
तुमने कहा मेरा ईस्वर
मैंने पूछा भाई
यह बताओ
यह रहते कहाँ है ?
तीनो ने अंगुलियाँ अपनी अपनी
आसमान की और उठा दी
मैंने फिर पूछा
क्या यह भी हमारी तरह आसमान में
लड़ते रहते है ?
अपने अपने वर्चस्व के लिए ....
सच कहूँ यारो
तीनो की नजरे जमीन को ताक रही थी ...
......विवेक.....
1 टिप्पणी:
बहुत सुन्दर
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