शनिवार, 10 फ़रवरी 2018

क्यों क्यों बनाया

बेठे बेठे यह ख्याल आया ।
 भाषा बनाई जिसने ,
 उसने यह 'क्यों' क्यों बनाया ।
 सीधी बात पूछो तो ,
 जवाब क्यों आया ।
जो पूछा उल्टा ,
 तो भी क्यों ,
 सामने आया ।
  कुछ न कर पाया तो ,
 क्यों न कर पाया ।
 कुछ कर पाया तो ,
 क्यों कर पाया ।
 अब सोचूं यह मैं ,
  ' क्यों' पर विचार क्यों आया ।
    ....."निश्चल" विवेक दुबे©....

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