बुधवार, 17 फ़रवरी 2021

माँ ज्ञानदा

 



हे माँ ज्ञानदा ,हे माँ ज्ञानदा ।

ज्ञान दे माँ , हे ज्ञान दा माँ ।


 हर तिमिर अज्ञान माँ ।

 दे ज्ञान प्रभा वरदान माँ ।


 है ब्रम्हाणी सकल ब्रम्हांड माँ ,

 भर शब्द सकल भंडार माँ ।


 नित नव लेखनी शृंगार माँ ।

 दे वाणी का  पुरुस्कार माँ ।



वंदना .


  हे माँ ज्ञानदा ज्ञान दो ,

   शब्दों का वरदान दो ।


   दूर रहूँ अभिमान से ,

  लेखन का स्वाभिमान दो ।


  चलता रहूँ सत्य के पथ पर ,

  एक ऐसा पथ भान दो ।।


 हे माँ ज्ञानदा ज्ञान दो ।

 शब्दों का वरदान दो ।


.... विवेक दुबे"निश्चल"@..

डायरी 7


 हो दूर तम अभिमान माँ ।

पाऊँ दीप्ती स्वाभिमान माँ


 ज्ञान दे माँ , हे ज्ञानदा माँ ।

....विवेक दुबे"निश्चल"@...



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