844
मुश्किलों के हल खोजने होंगे ।
आज के ही कल खोजने होंगे ।
न हारना चुनौतियों के सामने,
हौसलों के पल खोजने होंगे ।
.......
845
मुश्किलों के हल खोजने होंगे ।
आज के भी कल खोजने होंगे ।
न हराना नाकामियों के सामने ,
सम्भाबनाओं के पल खोजने होंगे ।
.... विवेक दुबे"निश्चल"@...
846
हर मुश्किल के हल होंगे ।
आज नही तो कल होंगे ।
इस धूप सुनहरे जीवन में ,
साथी खुशियों के पल होंगे ।
.... विवेक दुबे"निश्चल"@.....
847
रात गई फिर आने को ।
बीती बातें बिसराने को ।
डरकर ज़ीवन जीना कैसे ,
ज़ीवन को जी जाने को ।
.... विवेक दुबे"निश्चल"@...
848
रूह सख़्त मिज़ाज क्यूँ हूँ ।
ज़िस्म पेहरन लिवास क्यूँ हूँ ।
न रहेगा ज़िस्म तू साथ मेरे ,
तो ज़िस्म गुरुर आज क्यूँ हूँ ।
..विवेक दुबे"निश्चल"@...
दायरी3
मुश्किलों के हल खोजने होंगे ।
आज के ही कल खोजने होंगे ।
न हारना चुनौतियों के सामने,
हौसलों के पल खोजने होंगे ।
.......
845
मुश्किलों के हल खोजने होंगे ।
आज के भी कल खोजने होंगे ।
न हराना नाकामियों के सामने ,
सम्भाबनाओं के पल खोजने होंगे ।
.... विवेक दुबे"निश्चल"@...
846
हर मुश्किल के हल होंगे ।
आज नही तो कल होंगे ।
इस धूप सुनहरे जीवन में ,
साथी खुशियों के पल होंगे ।
.... विवेक दुबे"निश्चल"@.....
847
रात गई फिर आने को ।
बीती बातें बिसराने को ।
डरकर ज़ीवन जीना कैसे ,
ज़ीवन को जी जाने को ।
.... विवेक दुबे"निश्चल"@...
848
रूह सख़्त मिज़ाज क्यूँ हूँ ।
ज़िस्म पेहरन लिवास क्यूँ हूँ ।
न रहेगा ज़िस्म तू साथ मेरे ,
तो ज़िस्म गुरुर आज क्यूँ हूँ ।
..विवेक दुबे"निश्चल"@...
दायरी3
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