आओ पकौड़ा बेचा जाए ।
आओ पकौड़ा बेचा जाए ।
अच्छे दिन को तैल लगकर ,
अब बेसन को फैंटा जाए ।
ढेर लगे डिग्रियों के ,
व्यर्थ न फैंका जाए ।
धर तले अँगीठी के ,
कुछ तो सेंका जाए ।
आओ पकौड़ा बेचा जाए ।
काम आएंगी कुछ तो ,
पैसा बाप ब्यर्थ न जाए ।
क्या पाओगे धन पाकर,
धन से पेट भरा न जाए ।
तलो पकौड़े तैल लगाकर ,
बिकें बिकें जो बच जाए ।
खाएँ जिनको घर लाकर ,
मुफत पेट भर जाए ।
आओ पकौड़ा बेचा जाए ।
.....
करता था वो वादे तब बड़ा बड़ा ।
नही नौकरियाँ ,कृषक भी है थका ।
देने को पास उनके कुछ नही बचा ,
चला मैं तो पकोड़े बेंचने चला ।
....विवेक दुबे©..
आओ पकौड़ा बेचा जाए ।
अच्छे दिन को तैल लगकर ,
अब बेसन को फैंटा जाए ।
ढेर लगे डिग्रियों के ,
व्यर्थ न फैंका जाए ।
धर तले अँगीठी के ,
कुछ तो सेंका जाए ।
आओ पकौड़ा बेचा जाए ।
काम आएंगी कुछ तो ,
पैसा बाप ब्यर्थ न जाए ।
क्या पाओगे धन पाकर,
धन से पेट भरा न जाए ।
तलो पकौड़े तैल लगाकर ,
बिकें बिकें जो बच जाए ।
खाएँ जिनको घर लाकर ,
मुफत पेट भर जाए ।
आओ पकौड़ा बेचा जाए ।
.....
करता था वो वादे तब बड़ा बड़ा ।
नही नौकरियाँ ,कृषक भी है थका ।
देने को पास उनके कुछ नही बचा ,
चला मैं तो पकोड़े बेंचने चला ।
....विवेक दुबे©..
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