यादों के बादल से ।
नीर बहे सागर से ।
कुछ गहरे गहरे से ।
कुछ राज उज़ागर से ।
..
उतरे आँचल में ,
नयनों के आँगन से ।
प्रीत भरे रस के ,
बरसे बादल से ।
.. विवेक दुबे@...
डायरी 4
नीर बहे सागर से ।
कुछ गहरे गहरे से ।
कुछ राज उज़ागर से ।
..
उतरे आँचल में ,
नयनों के आँगन से ।
प्रीत भरे रस के ,
बरसे बादल से ।
.. विवेक दुबे@...
डायरी 4
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