ज़ज्ब हुआ अल्फ़ाज़ किताबों सा ।
कुछ जिंदगी के अधूरे सवालों सा ।
खोजता हर राह पे जिंदगी मैं तुझे ,
खोजतीं निगाहों से निगाहों सा ।
...
एक सवाल है सवालों सा ।
कुछ उलझे से ख़यालों सा ।
आसमान में खामोशी से ,
टूटकर गिरते सितारों सा ।
..... विवेक दुबे"निश्चल"@...
कुछ जिंदगी के अधूरे सवालों सा ।
खोजता हर राह पे जिंदगी मैं तुझे ,
खोजतीं निगाहों से निगाहों सा ।
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एक सवाल है सवालों सा ।
कुछ उलझे से ख़यालों सा ।
आसमान में खामोशी से ,
टूटकर गिरते सितारों सा ।
..... विवेक दुबे"निश्चल"@...
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