नैना नैनन के प्यासे ।
अधर अधरन के प्यासे ।
प्रीतम की इन यादों में ,
स्पंदन साँसों के साजे ।
आ जाएं प्रीतम मोरे ,
भा जाऊँ मैं मन में ।
ये मन भागे ,
मन के आंगे ।
राह तकी है जन्मों से ,
जन्म जाने कितने आंगे ।
पा जाऊँ एक छवि प्रीतम की ,
खो जाऊँ मैं बस प्रीतम में ।
.... विवेक दुबे"निश्चल"@..
अधर अधरन के प्यासे ।
प्रीतम की इन यादों में ,
स्पंदन साँसों के साजे ।
आ जाएं प्रीतम मोरे ,
भा जाऊँ मैं मन में ।
ये मन भागे ,
मन के आंगे ।
राह तकी है जन्मों से ,
जन्म जाने कितने आंगे ।
पा जाऊँ एक छवि प्रीतम की ,
खो जाऊँ मैं बस प्रीतम में ।
.... विवेक दुबे"निश्चल"@..
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