दिग्पाल छंद
2212 122 2212 122
बंशी बजा रहे हैं ,
कान्हा करें ठिठोली ।
बंशी छुपा रही हैं ,
राधा करें मिचौली ।
राधा कहाँ पुकारे ,
मोहे रहे बिसारे ।
कान्हा छुपा किनारे ,
बंशी लिये निहारे ।
... विवेक दुबे"निश्चल"@....
2212 122 2212 122
बंशी बजा रहे हैं ,
कान्हा करें ठिठोली ।
बंशी छुपा रही हैं ,
राधा करें मिचौली ।
राधा कहाँ पुकारे ,
मोहे रहे बिसारे ।
कान्हा छुपा किनारे ,
बंशी लिये निहारे ।
... विवेक दुबे"निश्चल"@....
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