सरल छंद
विधान~[मगण भगण गुरु]
(२२२ २११ २)
७वर्ण,४चरण४
दो-दो चरण समतुकांत]
गीतों को मीत बना ।
भावों में प्रीत सजा ।
सींचो आधे पल को ।
दे दो सारा कल को ।
राहें रोकें पग को ।
छोड़ो मोडे पथ को ।
खोजो राहें जो नव हों ।
सच्चा राही तब हो ।
... विवेक दुबे..
डायरी 5(155)
विधान~[मगण भगण गुरु]
(२२२ २११ २)
७वर्ण,४चरण४
दो-दो चरण समतुकांत]
गीतों को मीत बना ।
भावों में प्रीत सजा ।
सींचो आधे पल को ।
दे दो सारा कल को ।
राहें रोकें पग को ।
छोड़ो मोडे पथ को ।
खोजो राहें जो नव हों ।
सच्चा राही तब हो ।
... विवेक दुबे..
डायरी 5(155)
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