गुरुवार, 28 सितंबर 2017

जय माँ


गरजो तुम हुँकार भरो ।
सिंहो सा तुम नाद करो ।
 झुका नही कभी हिमालय ,
 जाओ शँख नाद करो ।
 
 हवन हुए बलि वेदी पर ,
 सदियों से हम ।
पहले तुम भारत का ,
जाओ  इतिहास पढो  ।

 झुकें नही कट जाएँगे,
माता की तो लाज बचाएंगे ।
 पृथ्वी पोरस प्रताप शिवा ,
हम बन जाएंगे ।

 रूप धरेगी जब नारी चंडी सा,
 तीनो लोक थर्राएँगे ।
  होगा शँख नाद अर्जुन सा ,
 कृष्ण सारथी बन जाएंगे ।

 झुके नही भारत वासी ,
 सबक सभी को सिखलायेंगे ।
 मातृ भूमि के रक्षा यज्ञ में ,
 यज्ञ हवि से स्वाहा हो जाएंगे ।
  ....... विवेक दुबे ......©

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