कोई देख ले मुझे ।
कोई तो देख ले मुझे ।
अक़्स निग़ाहों में ,
खेंच ले मुझे ।
सोखकर अस्र मेरा ,
कोई सोच ले मुझे ।
अश्क़ नही ,
जो बह जाऊँगा ।
शबनम सा कोई ,
सोख ले मुझे ।
वक़्त भी नही ,
जो गुजर जाउँगा ।
समंदर सा कोई ,
रोक ले मुझे ।
जज्वात हूँ मैं ,
धड़कन सा ,
दिल उतर जाऊँगा ,
मैं मन सा ।
कोई देख ले मुझे ।
कोई तो देख ले मुझे ।
..... विवेक दुबे"निश्चल"@..
कोई तो देख ले मुझे ।
अक़्स निग़ाहों में ,
खेंच ले मुझे ।
सोखकर अस्र मेरा ,
कोई सोच ले मुझे ।
अश्क़ नही ,
जो बह जाऊँगा ।
शबनम सा कोई ,
सोख ले मुझे ।
वक़्त भी नही ,
जो गुजर जाउँगा ।
समंदर सा कोई ,
रोक ले मुझे ।
जज्वात हूँ मैं ,
धड़कन सा ,
दिल उतर जाऊँगा ,
मैं मन सा ।
कोई देख ले मुझे ।
कोई तो देख ले मुझे ।
..... विवेक दुबे"निश्चल"@..
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