आइना तू सवार दे मुझे ।
मैं कुछ निहार लूँ तुझे ।।
.....विवेक®...
साजिशों से डरा नही
आंधियो में झुका नही
सहा हर तूफ़ान
अपना सीना तान
...विवेक...
हौंसलो से हुनर मुक़ाम पता है ।
मुसाफ़िर अकेला थक जाता है ।।
...विवेक...
काश! आइनों के लव न सिले होते
काश! आईने भी बोल रहे होते
तब,आईने में झांकने से पहले
हम,सौ सौ बार सोच रहे होते
...विवेक....
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