रविवार, 1 अक्तूबर 2017

नेहदूत का अंश


माँ सरस्वती की कृपा से, 
मुझ में पिता का बो अंश आया है, 
मैने अपने आप में पिता जैसा 
रचनाकार भी पाया है , 
मुझ पर "नेहदूत" का ,नेह बरसता 
माँ सरस्वती की कृपा 
मिलती बारम्बार 
यही मेरा "सौभाग्य " 

माँ मनोरमा की 
मनोरम कृपा भी , 
साथ साथ आई है 
जिसके कारण सारी दुनियां 
बस भाई ही भाई है , 

है माँ बस इतना करना उपकार 
मिले जन्म जन्म तक 
यही माँ, यही पिता , 
बारम्बार हर बार, बार बार, 
हो माँ तेरा उपकार, 
.....विवेक...

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