नेता जी को समर्पित श्रद्धा शब्द सुमन
वो अमर बलिदानी ।
आजादी एक कहानी ।
झुके नही कभी कहीं ,
स्वाभिमानी अभिमानी ।
स्वतंत्रता के सैनानी ।
धूल चटाई ग़ौरो को ।
अखंड भारत की,
वो एक निशानी ।
आजादी पाने की
नेता जी ने ऐसी ठानी ।
एक आवाज़ जुड़े,
हजारों वीर सैनानी ।
भये फिरंगी वापस,
जिनके भय से ,
आज़ाद हिंद सेना के,
थे वो वीर सैनानी ।
जनगण है जिनका ऋणी ,
अमर हुए वो बलिदानी ।
कृतार्थ राष्ट्र स्वतंत्रता तले,
जिनकी बस यही निशानी ।
बस यही निशानी .....
..... विवेक दुबे "निश्चल"@..
वो अमर बलिदानी ।
आजादी एक कहानी ।
झुके नही कभी कहीं ,
स्वाभिमानी अभिमानी ।
स्वतंत्रता के सैनानी ।
धूल चटाई ग़ौरो को ।
अखंड भारत की,
वो एक निशानी ।
आजादी पाने की
नेता जी ने ऐसी ठानी ।
एक आवाज़ जुड़े,
हजारों वीर सैनानी ।
भये फिरंगी वापस,
जिनके भय से ,
आज़ाद हिंद सेना के,
थे वो वीर सैनानी ।
जनगण है जिनका ऋणी ,
अमर हुए वो बलिदानी ।
कृतार्थ राष्ट्र स्वतंत्रता तले,
जिनकी बस यही निशानी ।
बस यही निशानी .....
..... विवेक दुबे "निश्चल"@..
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