उलझती है सुलझती है ज़िन्दगी ।
रुकती कहाँ चलती है ज़िन्दगी ।
स्याह रंग समेट भटकती है जिंदगी ।
चटक रंग लपेट दमकती है जिंदगी ।
निराशा आँचल दुबकती है जिंदगी ।
आशा आँचल चहकती है जिंदगी ।
दामन में साँझ सिमटती है जिंदगी ।
गोद में सुबह किलकती है जिंदगी ।
रुकना नही चलना नाम ज़िंदगी ।
हर पल एक नया मुक़ाम ज़िंदगी ।
उलझती है सुलझती है ज़िन्दगी ।
रुकती कहाँ चलती है ज़िन्दगी ।
... विवेक दुबे"निश्चल"@....
रुकती कहाँ चलती है ज़िन्दगी ।
स्याह रंग समेट भटकती है जिंदगी ।
चटक रंग लपेट दमकती है जिंदगी ।
निराशा आँचल दुबकती है जिंदगी ।
आशा आँचल चहकती है जिंदगी ।
दामन में साँझ सिमटती है जिंदगी ।
गोद में सुबह किलकती है जिंदगी ।
रुकना नही चलना नाम ज़िंदगी ।
हर पल एक नया मुक़ाम ज़िंदगी ।
उलझती है सुलझती है ज़िन्दगी ।
रुकती कहाँ चलती है ज़िन्दगी ।
... विवेक दुबे"निश्चल"@....
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