457
झोंके शीतल अहसास भरे होते है ।
तेज हवाओं के अंधड़ से होते है ।
उभरीं जो दिल के अहसासों से ,
उन तस्वीरों के रंग सुनहरे होते है ।
.....
458
खोज न सका मैं उस प्रकाश को ।
दिखाता जो मुझे मेरे आकाश को ।
तलाश में चला सूरज मंजिलों की ,
बिखेर कर अपनी ही आभास को ।
... विवेक दुबे"निश्चल"@...
डायरी 3
झोंके शीतल अहसास भरे होते है ।
तेज हवाओं के अंधड़ से होते है ।
उभरीं जो दिल के अहसासों से ,
उन तस्वीरों के रंग सुनहरे होते है ।
.....
458
खोज न सका मैं उस प्रकाश को ।
दिखाता जो मुझे मेरे आकाश को ।
तलाश में चला सूरज मंजिलों की ,
बिखेर कर अपनी ही आभास को ।
... विवेक दुबे"निश्चल"@...
डायरी 3
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