सोम सी सुहृद प्यास है ।
प्रीत सी सहज धार है ।
मान का अतुल प्रान है ।
ज्ञान का मधुर भान है ।
गीत का तरल राग है ।
साज का सरल तार है ।
हर हार में जीत सा ,
*सुहृद* सुखद प्रसाद है ।
... विवेक दुबे"निश्चल"@..
मित्र
Blog post 13/8/18
प्रीत सी सहज धार है ।
मान का अतुल प्रान है ।
ज्ञान का मधुर भान है ।
गीत का तरल राग है ।
साज का सरल तार है ।
हर हार में जीत सा ,
*सुहृद* सुखद प्रसाद है ।
... विवेक दुबे"निश्चल"@..
मित्र
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