धडकनों को कसकातीं यदों।
यह बंजारों सी मेरी यादें ।
रात साथ ख़्वाबों के ,
सुबह बिसर जाती यादें ।
रात तले फिर आतीं यादें ,
मेरी यादों से टकरातीं यादें ।
आतीं फिर आ जातीं यादें ,
आकर फिर जातीं आतीं यादें ।
यह बंजारों सी मेरी यादें ।
.... विवेक दुबे"निश्चल"@..
.
यह बंजारों सी मेरी यादें ।
रात साथ ख़्वाबों के ,
सुबह बिसर जाती यादें ।
रात तले फिर आतीं यादें ,
मेरी यादों से टकरातीं यादें ।
आतीं फिर आ जातीं यादें ,
आकर फिर जातीं आतीं यादें ।
यह बंजारों सी मेरी यादें ।
.... विवेक दुबे"निश्चल"@..
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