मंगलवार, 3 अप्रैल 2018

जय राम

...जय सिया राम ...

हे अंजनी सुत महावीर बलशाली ।
तुम्हरी महिमा न जाए बखानी।
 राम नाम नित सुमिरण जो कीजे ,
 तुम्हरी कृपा ता पर जाए न टारी।
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राम नाम के जाप से बजरंगी होय प्रसन्न ।
 तुलसी रट लगाई राम की हनुमत आए तुरन्त ।
  ....विवेक दुबे "निश्चल"@...
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कलम चलती है शब्द जागते हैं।

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