कर इश्क़ अपने आप से,
जी जरा अपने वास्ते ।
भूल रुस्वाई दुनियाँ की ,
छोड़ जरा गम के रास्ते ।
....
आज तुम मुस्कुरा दे जरा ।
हँसने की बजह दे जरा ।
झाँक दिल के आईने में ,
तू अपना पता दे जरा ।
...
वो हुआ बे-पता मैं पता ढूंढता ।
गुम हुआ कहाँ वो मकां ढूंढता ।
था ऐतबार जिस साहिल पर ,
उस साहिल में मैं वफ़ा ढूंढता ।
.....
खोजता आस के सहारे से ।
सम्हल न सका सम्हाले से ।
चलता रहा तलाश में जिसके ,
वो मिले साँझ तले उजाले से।
.... विवेक दुबे"निश्चल"@....
जी जरा अपने वास्ते ।
भूल रुस्वाई दुनियाँ की ,
छोड़ जरा गम के रास्ते ।
....
आज तुम मुस्कुरा दे जरा ।
हँसने की बजह दे जरा ।
झाँक दिल के आईने में ,
तू अपना पता दे जरा ।
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वो हुआ बे-पता मैं पता ढूंढता ।
गुम हुआ कहाँ वो मकां ढूंढता ।
था ऐतबार जिस साहिल पर ,
उस साहिल में मैं वफ़ा ढूंढता ।
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खोजता आस के सहारे से ।
सम्हल न सका सम्हाले से ।
चलता रहा तलाश में जिसके ,
वो मिले साँझ तले उजाले से।
.... विवेक दुबे"निश्चल"@....
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