कार्तिक मास...
एक प्रयास
बीते चतुर्मास जागी नई आस ।
ऋतु बदली शरद चँद्र के साथ।
जागेंगे हरि नारायण भी अब,
करें हरि स्मरण श्रद्धा के साथ ।
....... विवेक दुबे©....
एक प्रयास
बीते चतुर्मास जागी नई आस ।
ऋतु बदली शरद चँद्र के साथ।
जागेंगे हरि नारायण भी अब,
करें हरि स्मरण श्रद्धा के साथ ।
....... विवेक दुबे©....
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