आज का विषय --- शिक्षा
शिक्षा का एक पहलू यह भी।
चले फ़रेब के यूँ कुछ धंधे ।
शिक्षा मंदिर के ऊगे सरकंडे ।
बंट रही डिग्रियाँ धड़ा धड़,
अपनाते नित नए हथकंडे ।
बनते फ़र्जी डॉक्टर इंजीनियर सभी,
शिक्षा के नाम मिलते भर भर चंदे।
वाह व्यवस्था टूटे नही आज भी ,
लार्ड मैकाले शिक्षा पद्धति के फंदे।
पाकर शिक्षा रहे निराश्रित आज भी।
स्वतंत्र भारत माता के लाड़ले बन्दे।
पाकर शिक्षा सभी करें चाकरी ,
कर सकते नही शिक्षत अपने धंधे।
...... विवेक दुबे "निश्चल"@.......
शिक्षा का एक पहलू यह भी।
चले फ़रेब के यूँ कुछ धंधे ।
शिक्षा मंदिर के ऊगे सरकंडे ।
बंट रही डिग्रियाँ धड़ा धड़,
अपनाते नित नए हथकंडे ।
बनते फ़र्जी डॉक्टर इंजीनियर सभी,
शिक्षा के नाम मिलते भर भर चंदे।
वाह व्यवस्था टूटे नही आज भी ,
लार्ड मैकाले शिक्षा पद्धति के फंदे।
पाकर शिक्षा रहे निराश्रित आज भी।
स्वतंत्र भारत माता के लाड़ले बन्दे।
पाकर शिक्षा सभी करें चाकरी ,
कर सकते नही शिक्षत अपने धंधे।
...... विवेक दुबे "निश्चल"@.......
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