देता है जीवन अपने तरीके से ,
फिर भी हर दम एक आस है ।
जीवन की इस बहती सरिता में,
रहती घूंट घूंट अधूरी प्यास है ।
....... विवेक दुबे "निश्चल"©.....
फिर भी हर दम एक आस है ।
जीवन की इस बहती सरिता में,
रहती घूंट घूंट अधूरी प्यास है ।
....... विवेक दुबे "निश्चल"©.....
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