राधा बड़ भागनी, नटखट है घनश्याम।
बाजत कान्हा बाँसुरी, स्वर बोलें राधा नाम।
राम चरण की चाकरी,चित्त नही विश्राम।
कृपा करें राम जी, पूरन हों सब काम।
..... विवेक दुबे 'निश्चल"©.....
बाजत कान्हा बाँसुरी, स्वर बोलें राधा नाम।
राम चरण की चाकरी,चित्त नही विश्राम।
कृपा करें राम जी, पूरन हों सब काम।
..... विवेक दुबे 'निश्चल"©.....
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