मणिमाल छंद
विधान~
19 वर्ण ,10,9 वर्णों पर यति , 4 चरण
दो-दो चरण समतुकांत।
( 112 121 121 211 2 12 112 1)
कर जोड़ कर नित्य करें,
हम मातु को नित याद ।
नव रूप देत सदा दया ,
जब पूजते हम पाद ।
नवरात्रि ज्योत जहाँ जले,
करती वहाँ यह वास ।
उपकार भाव यही मिले,
कर माँ तु हृदय वास ।
..... विवेक दुबे"निश्चल"@...
डायरी 5(164)
विधान~
19 वर्ण ,10,9 वर्णों पर यति , 4 चरण
दो-दो चरण समतुकांत।
( 112 121 121 211 2 12 112 1)
कर जोड़ कर नित्य करें,
हम मातु को नित याद ।
नव रूप देत सदा दया ,
जब पूजते हम पाद ।
नवरात्रि ज्योत जहाँ जले,
करती वहाँ यह वास ।
उपकार भाव यही मिले,
कर माँ तु हृदय वास ।
..... विवेक दुबे"निश्चल"@...
डायरी 5(164)
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