कुछ खास नहीं कवि पिता की संतान हूँ ।
.....
निर्दलीय प्रकाशन भोपाल द्वारा
बर्ष 2012 में
"युवा सृजन धर्मिता अलंकरण"
से अलंकृत।
जन चेतना साहित्यिक सांस्कृतिक समिति पीलीभीत द्वारा 2017
श्रेष्ठ रचनाकार से सम्मानित
कव्य रंगोली त्रैमासिक पत्रिका
लखीमपुर खीरी द्वारा
साहित्य भूषण सम्मान 2017
से सम्मानित
"निश्चल" मन से निश्छल लिखते जाओ ।
..... . (रचनाये मौलिक स्वरचित सर्वाधिकार सुरक्षित .)
सोमवार, 16 अप्रैल 2018
ईमान
जुर्म व्यापार हुआ । फ़र्ज़ दाग़दार हुआ । बैठा हुआ सड़क पर, ईमान जार जार हुआ । ... विवेक दुबे"निश्चल"@..
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