वक़्त वही रहता इंसान बदलते हैं ।
पाषाण वही रहता भगवान बदलते हैं ।
होतीं है हाथों में ------ लकीरें सबके ,
फिर भी हाथों के अंजाम बदलते हैं ।
... विवेक दुबे"निश्चल"@....
डायरी। 3
पाषाण वही रहता भगवान बदलते हैं ।
होतीं है हाथों में ------ लकीरें सबके ,
फिर भी हाथों के अंजाम बदलते हैं ।
... विवेक दुबे"निश्चल"@....
डायरी। 3
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